मुख्य आंकड़े एक नजर में (10 नवंबर 2025)
| मद | राशि (करोड़ में) | जारी किए गए केस |
|---|---|---|
| कुल आयकर रिफंड | ₹2,43,000 करोड़ | 5.48 करोड़+ |
| व्यक्तिगत आयकर रिफंड (Individual) | ₹85,428 करोड़ | – |
| कॉर्पोरेट टैक्स रिफंड | ₹1,57,572 करोड़ | – |
(स्रोत: केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड – CBDT की आधिकारिक प्रेस रिलीज)
पिछले साल से तुलना – क्यों है यह रिकॉर्ड तोड़ फिगर?
- 10 नवंबर 2024 तक: केवल ₹1.89 लाख करोड़ रिफंड जारी हुए थे
- इस बार बढ़ोतरी: लगभग 28.6% ज्यादा
- कुल केसों में भी 100% से ज्यादा की बढ़ोतरी (पिछले साल 2.64 करोड़ केस vs इस बार 5.48 करोड़+ केस)
रिफंड इतनी तेजी से क्यों मिल रहा है?
- नया AIS और फॉर्म 16 का बेहतर मिलान – गलतियां पहले ही पकड़ ली जा रही हैं
- फेसलेस असेसमेंट सिस्टम अब पूरी तरह परिपक्व हो चुका है
- ऑटोमेटेड प्रोसेसिंग – 90% से ज्यादा ITR अब ऑटो-प्रोसेस हो रहे हैं
- प्राथमिकता छोटे रिफंड को – ₹50,000 तक के रिफंड को सबसे पहले क्लियर किया जा रहा है
आपको भी जल्दी रिफंड चाहिए? ये 5 टिप्स आजमाएं
- सही ITR फॉर्म चुनें (ITR-1, ITR-2, ITR-3 या ITR-4)
- फॉर्म 16, 16A, 26AS और AIS को अच्छे से मिलाएं
- बैंक अकाउंट प्री-वैलिडेट जरूर करें
- ई-वेरिफिकेशन 30 दिन के अंदर कर दें (OTP या EVC से)
- अगर रिफंड ₹50,000 से कम है तो सबसे पहले मिलने की संभावना है
अपना रिफंड स्टेटस कैसे चेक करें?
- इनकम टैक्स ई-फाइलिंग पोर्टल → Login → Services → Refund Status
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