Gold-Silver Price Today: सोना धड़ाम! चांदी ₹7,800 सस्ती—3 दिन में ₹13,000 की ऐतिहासिक गिरावट

कल्पना कीजिए, तीन दिन पहले चांदी की कीमत आसमान छू रही थी, और आज... धड़ाम! ₹13,000 प्रति किलो की गिरावट। हां, आपने सही पढ़ा। चांदी अब ₹7,800 सस्ती हो चुकी है, और सोना भी नीचे लुढ़क रहा है। लेकिन सवाल ये है—क्या ये महंगाई के इस दौर में राहत की सांस है, या बाजार की कोई बड़ी चाल? आइए, इसकी गहराई में उतरते हैं, बिल्कुल घर की चाय की चुस्की लेते हुए।

पहले तो आंकड़ों पर नजर डालें: आज के रेट्स क्या कह रहे हैं?

19 नवंबर 2025 को, जब मैं ये लिख रहा हूं, बाजार में हलचल मची हुई है। चांदी की कीमत प्रति किलो ₹1,68,000 के आसपास घूम रही है—लेकिन तीन दिन पहले ये •₹1,81,000 के ऊपर थी। यानी, सिर्फ 72 घंटों में ₹13,000 की लुढ़कन! और सोना? 24 कैरेट का सोना प्रति 10 ग्राम •₹1,23,463 पर ट्रेड कर रहा है, जो हाल के हाई से करीब 2-3% नीचे है। मुंबई, दिल्ली, जयपुर—हर शहर में यही कहानी है। जयपुर में तो चांदी ₹1,70,000 पर आ गई, जो पीक से ₹3,000 की गिरावट ही है !

क्यों लुढ़का बाजार? वैश्विक तूफान की थोड़ी सी झलक

देखिए, सोना-चांदी के दाम कभी अकेले नहीं चलते। ये डॉलर की ताकत, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसलों, और ग्लोबल इकोनॉमी के मूड पर निर्भर करते हैं। कल ही खबर आई कि यूएस डॉलर इंडेक्स मजबूत हो गया है—जिसका मतलब, कीमती धातुओं पर दबाव। फेड के रेट कट के उम्मीदें कम हुईं, तो निवेशक भागने लगे।

भारत में तो ऊपर से इंपोर्ट ड्यूटी और करेंसी फ्लक्चुएशन ने आग में घी डाल दिया। तीन दिन पहले, जब चांदी ₹1,81,000 पर थी, तब लग रहा था कि दिवाली बाद भी कीमतें आसमान छूएंगी। लेकिन वैश्विक मार्केट में सिल्वर फ्यूचर्स 3.97% लुढ़के, तो घरेलू बाजार भी कांप गया। सोने की बात करें, तो कॉमेक्स पर $4,094 प्रति औंस का लेवल, लेकिन इंडिया में IBJA के रेट्स ने ₹1,23,448/10g दिखाया—एक हफ्ते में 2.45% की डिप।

और हां, इंडस्ट्रियल डिमांड भी थोड़ी सुस्त पड़ी है। सिल्वर तो सिर्फ जेवर नहीं, सोलर पैनल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स का भी राजा है। लेकिन अभी सप्लाई चेन में दिक्कतें हैं, तो कीमतें नीचे। एक्सपर्ट्स कह रहे हैं, "ये शॉर्ट-टर्म वोलेटिलिटी है, लॉन्ग-टर्म में रिकवरी आएगी।"

निवेशकों के लिए क्या मतलब? खरीदो या रुको?

अब असली सवाल—आप क्या करें? अगर आप ज्वेलरी खरीदने वाले हैं, तो ये डिप गोल्डन चांस है। वेडिंग सीजन आने वाला है, और इतनी सस्ती चांदी मिलेगी तो क्यों चूके? एक किलो चांदी में अब ₹13,000 की सेविंग—ये तो फैमिली के लिए एक्स्ट्रा गिफ्ट हो सकता है!

निवेश की बात करें, तो सिल्वर ने 2025 में 53% की ग्रोथ दिखाई थी—गोल्ड से भी बेहतर। लेकिन ये गिरावट बाय-ऑन-डिप का सिग्नल दे रही है। IBJA के वाइस प्रेसिडेंट अक्षय कम्बोज कहते हैं, "मार्केट रेजिलिएंट है, वेडिंग डिमांड से जल्द रिकवर होगा।" तो, अगर आप लॉन्ग-टर्म प्लेयर हैं, तो थोड़ा स्टॉक कर लें। लेकिन याद रखें, मार्केट अनप्रेडिक्टेबल है—डाइवर्सिफाई करें, SIP in गोल्ड ETFs ट्राई करें।

आखिर में: उम्मीद की किरण

दोस्तों, बाजार ऊपर-नीचे होता रहता है, लेकिन सोना-चांदी की चमक कभी फीकी नहीं पड़ती। ये गिरावट शायद एक ब्रेक है, ताकि हम सांस ले सकें। क्या पता, अगले हफ्ते फिर उछाल आ जाए। आपकी क्या राय है? कमेंट्स में बताएं—क्या आप अभी खरीद रहे हैं? या वेट एंड वॉच?

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