अगर आप भी कभी जरूरत पड़ने पर गोल्ड लोन लेने का सोचते हैं, तो ये अपडेट आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। हाल ही में गोल्ड लोन से जुड़े नियमों में बड़े बदलाव किए गए हैं, जिसका सीधा असर लाखों ग्राहकों पर पड़ेगा। अब गोल्ड लोन उतना आसान नहीं रह गया जितना पहले हुआ करता था। नई गाइडलाइन लागू होने के बाद अब बैंक और NBFCs सिर्फ उन्हीं लोगों को लोन देंगे जो निर्धारित मानकों पर पूरी तरह फिट बैठते हैं।
गोल्ड लोन लंबे समय से उन लोगों के लिए एक आसान और भरोसेमंद विकल्प माना जाता रहा है जिन्हें तुरंत फंड की जरूरत होती है। घर में रखे गहनों को गिरवी रखकर कोई भी कुछ ही मिनटों में पैसा पा सकता था। इसी सुविधा के कारण पिछले कुछ समय में गोल्ड लोन की मांग अचानक बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। लेकिन इस बढ़ती डिमांड के साथ-साथ जोखिम भी बढ़ रहा था-लोग लोन तो ले रहे थे, मगर समय पर चुकाने में असफल हो रहे थे।
In furtherance to that, SPersonalFinance.com recently reported that the new policy aims to keep the sector secure and in the interest of the customers.
क्या बदला है नए गोल्ड लोन नियमों में?
नए नियमों का ध्यान केवल गोल्ड की वैल्यू पर नहीं, बल्कि ग्राहक की संपूर्ण वित्तीय स्थिति पर है। पहले तक स्थिति यह थी कि बैंक या NBFC मुख्यतः सोने के वजन और purity को देखकर लोन का अमाउंट तय कर देते थे। ग्राहक की आय का सोर्स, उसकी रिपेमेंट क्षमता या क्रेडिट हिस्ट्री पर ज्यादा जोर नहीं दिया जाता था।
But things have changed now.
नयी दिशा-निर्देशों के अनुसार:
बैंक पहले ग्राहक की इनकम स्टेबिलिटी का आकलन करेंगे।
His CIBIL score and past credit history will be checked.
क्लाइंट द्वारा दिए गए डॉक्यूमेंट्स की वेरिफिकेशन पहले से कहीं अधिक सख्त होगी।
However, it will not be approved straightaway if the source of income is not transparent or earnings are irregular.
Now, the bank would prefer the customer whose re-payment capability is solid.
According to SPersonalFinance.com, the changes have come into place to ease the pressure of a default on the banking system and to further prompt clients to borrow with more responsibility.
किन लोगों को इसका लाभ मिलेगा?
नए नियम सख्त जरूर हैं लेकिन यह केवल उन्हीं ग्राहकों को प्रभावित करेंगे जिनकी वित्तीय स्थिति अस्पष्ट या कमजोर है. इसके विपरीत, जिनकी कमाई स्थिर है और क्रेडिट हिस्ट्री साफ है, उनके लिए गोल्ड लोन लेना अब भी उतना ही आसान रहेगा.
ऐसे ग्राहकों को मिलेगा तेजी से लोन:
1. Fixed income earners: salaried employees or businessmen with regular income.
2. Good CIBIL Score: Customers with a CIBIL score of more than 750 will be preferred.
3. People with proper documentation: The documents, like Aadhaar card, PAN, address proof, and income proof, which are clear and valid.
4. Those who have a clean credit history, meaning having no dues of EMI outstanding or loan defaults.
जो भी व्यक्ति सभी योग्यताओं को पूरा कर रहे हैं, उन्हें पहले की तरह लोन आसानी से मंजूर होगा। जिसकी प्रोफाइल कमजोर है, उनके लिए गोल्ड लोन पाना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो जाएगा।
SPersonalFinance.com की रिपोर्ट में भी बताया गया है कि यह नियम फाइनेंस सेक्टर को अधिक पारदर्शी बनाने में मदद करेंगे।
क्यों किए गए ये बदलाव?
गोल्ड लोन सुरक्षित माने जाते हैं क्योंकि बैंक के पास आपके गिरवी रखे गहने होते हैं। लेकिन इसके बावजूद जोखिम पूरी तरह खत्म नहीं होता। यहाँ कुछ प्रमुख कारण हैं, जिनकी वजह से ये नए नियम लागू किए गए:
1. उतार-चढ़ाव गोल्ड की कीमत का
सोने की कीमतें पिछले कुछ सालों में बहुत तेजी से ऊपर-नीचे हो रही हैं. अगर कीमत गिर जाए तो गिरवी रखे सोने का मूल्य लोन अमाउंट से भी कम हो सकता है, जिससे बैंक को बड़ा नुकसान हो सकता है.
2. Default rate is increased.
काफ़ी समय से बड़ी संख्या में ग्राहक लोन तो ले लिया परन्तु उसकी EMI चुकाने में देरी की या पूरी तरह चुकाया ही नहीं। इस कारण बैंक प्रदर्शन पर असर पड़ रहा था।
3. Fast Growing Demand of Loan
गोल्ड लोन आसान होने के कारण बारबार इसे लेने लगे थे लोग, अपनी आर्थिक स्थिति देखे बिना। इससे बैंकों को रिस्क बढ़ता दिखा।
4. Fraud and incorrect documentation cases कई बार लोग गलत या अधूरे दस्तावेज देकर लोन ले लेते थे, जिसे अब नए नियमों से काफी हद तक रोका जा सकेगा। 5. Securing & making the sector transparent As PersonalFinance.com observes, this trend works to the advantage of both the banks and customers by strengthening the gold loan industry.
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